किन्नू निम्बू-वंश का एक गोलाकार फल है। इसमें विटामिन सी एवं शर्करा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह अत्यंत स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्य वर्धक फल है। यह संतरे जैसे दिखता है किन्तु आकार थोड़ा बड़ा होता है। किन्नू को पहाड़ी फल माल्टा और संतरा को मिलाकर तैयार किया जाता हैं।सर्दियों में कई ऐसे फल आना शुरू हो जाते हैं जिनका हम काफी लंबे समय से इंतजार करते हैं। इन्हीं फलों में से एक है किन्नू। अक्सर लोग किन्नू और संतरे में फर्क नहीं कर पाते हैं। हालांकि ये दोनों फल एक ही साइट्रिस फैमिली से आते हैं और सर्दी के मौसम में ये बाजार में खूब मिलते हैं।


संतरे और कीनू में अंतर


देखने के साथ ये पोषक तत्वों में भी एक जैसे ही होते हैं। ये दोनों फल एक ही साइट्रिक परिवार के होते हैं।कीनू साइट्रिक कल्टीवेटर्स किंग और विलो लीफ से बना हाइब्रिड फल होता है ।ये संतरे की तुलना में ज्यादा रसीला होता है।कीनू का रंग देखने में थोड़ा गाढ़ा होता है ।संतरे का रंग केसरिया से लेकर हल्के ऑरेंज तक होता है।संतरे का छिलका काफी हल्का और पतला होता है जिसे आप आसानी से छील सकते हैं और ये सूरज की रोशनी में जल्दी पकने लगता है ।वहीं कीनू का छिलका मोटा और टाइट होता है जो कि सूरज की रोशनी से जल्दी प्रभावित नहीं होता है।पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और हरियाणा के कुछ इलाकों में ये सबसे ज्यादा पाया जाता है।


कीनू खाने के फायदे


कीनू में संतरे की तुलना में अधिक विटामिन सी, कम कैलोरी, अधिक फाइबर और मिनरल पाए जाते हैं। इसलिए संतरे की अपेक्षा कीनू खाना अधिक फायदेमंद रहता है।अन्य खट्टे फलों की तुलना में कीनू में लगभग 2.5 गुना अधिक कैल्शियम होता है। इसके नियमित सेवन से आपकी हड्डियां मजबूत हो सकती हैं। साथ ही इसका छिलका अन्य खट्टे फलों की तरह ही फायदेमंद है। इसके छिलकों को सुखाकर इनका यूज विभिन्न हर्बल कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में किया जाता है। ब्लैकहेड्स के उपचार में भी प्रभावी है।कीनू के 100 मिलीलीटर ताजे रस में करीब 20 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जो अन्य फलों की तुलना में बहुत अधिक होता है। यदि आपका डाइजेशन कमजोर है तो कीनू के रस के सेवन की सलाह दी जाती है। पंजाब हॉर्टिकल्चर पोस्टहार्टवर्क टेक्नॉलॉजी सेंटर के अनुसार, कीनू के एंटी-ऑक्सीडेंट गुण न केवल कैंसर के खतरे को कम करते हैं बल्कि एचआईवी से भी बचाव करते हैं।


कीनू के प्रजाति


नींबू वर्गीय प्रजाति के फलों का मूल स्थान दक्ष्णि-पूर्वी एशिया है| इस प्रजाति में कीनू , संतरा, निम्बू और लैमन आदि शामिल है| यह पंजाब का मुख्य फल है| किन्नू की फसल पूरे उत्तरी भारत में उगाई जाती है| भारत में केले और आम के बाद यह तीसरे स्थान पर बड़े फल है| यह फल विटामिन सी के भरपूर स्त्रोत है| पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर आदि किन्नू उगाने वाले मुख्य राज्य है | इसके फल सुनहरी-संतरी रंग के होते है और रस मीठा होता है| इसके फल हल्के खट्टे और स्वादिष्ट होते हैं| इसके फल जनवरी में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं| इसके फल सुनहरी-संतरी रंग के होते है और रस मीठा होता है| इसके फल हल्के खट्टे और स्वादिष्ट होते हैं| इसके फल जनवरी में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं|


अगर आपका पाचन खराब है और आप अपच, कब्ज या दस्त जैसी सामान्य समस्याओं से परेशान हैं तो किन्नू आपके लिए बहुत हेल्दी हो सकता है। यह पेट से संबंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए जाना जाता है। किन्नू पचने में आसान होते हैं और पाचन प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। जिन लोगों को पेट संबंधी समस्या है उन्हें किन्नू के जूस को रोजाना पीना चाहिए।