गर्मियां बिना आइसक्रीम और कुलफी के अधूरी हैं। बच्चे हों या बड़े हर किसी की फेवरेट होती है यह। गर्मियों में होने वाले आयोजनों का तो खास हिस्सा होती है आइसक्रीम। इसके बिना तो कोई पार्टी भी पूरी नहीं होती। अलग-अलग फ्लेवर वाली रंग-बिरंगी आइसक्रीम हर किसी को खाने पर मजबूर कर देती है। तो वहीं तमाम तरह की कुलफी पिस्ता, केसर, बादाम आदि बाजार में उपलब्ध हैं।
आइसक्रीम एक मीठा जमे हुए भोजन है जिसे आमतौर पर नाश्ते या मिठाई के रूप में खाया जाता है । यह डेयरी दूध या क्रीम से बनाया जा सकता है और एक स्वीटनर, या तो चीनी या एक विकल्प , और एक मसाला , जैसे कोको या वेनिला , या स्ट्रॉबेरी या आड़ू जैसे फलों के साथ स्वाद होता है ।
लेकिन कभी-कभी आपके साथ भी ऐसा होता होगा कि बाहर जाने का मन नहीं होता होगा, लेकिन आप बच्चों का मन भी नहीं मार सकते तो ऐसी मुश्किल स्थिती में हम आपकी थोड़ी मदद कर सकते हैं ।आज हम आपको वनिला फ्लेवर की आइसक्रीम बनाना सिखाएंगे। जानें क्या है इसे बनाने की विधि।
सामग्री
दूध : 1 कप
चीनी : 3/4 कप
वेनिला एसेंस : ½ टी स्पून
मैदा : 1 चम्मच (टेबल स्पून)
क्रीम : 1 कप
वनिला आइसक्रीम बनाने के लिए सबसे पहले तो आप मैदा में दो चम्मच दूध मिलाकर पेस्ट तैयार कर लीजिए ।अब दूध उबालने रखें और दूध उबलने के बाद मैदा पेस्ट और चीनी डालकर उसे धीमी आंच पर चलाते रहिए ।जब ये मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद कर दीजिए. अब इस मिश्रण को एक प्याले में डालकर थोड़ा ठंडा हो जान के बाद फ्रीज में करीब 4-5 घंटे के लिए रख दीजिए।
फ्रिज से दूध मिश्रण को निकालकर अच्छी तरह फेंट लीजिए और उसमें वनिला एसेंस मिलाकर अच्छी तरह फेंटकर फ्रीज में जमाने के लिए रख दीजिए।जब ये अच्छी तरह जम जाए तब आप से सर्व कर सकते हैं।
आइसक्रीम बनाने की विधि
·1.सबसे पहले कस्टर्ड को दूध और चीनी में मिक्स करें।2.इसके बाद बाकी बचे दूध में चीनी मिलाकर उबाल लें। फिर इसमें बनाया हुआ कस्टर्ड मिलाएं और दोबारा उबालें।3.ठंडा होने के लिए रख दें। फिर इसमें वनीला एसेंस और क्रीम को डालकर मिक्स करें। कंटेनर में भर कर फ्रिज में रख दें।4.हल्का जम जाने के बाद इसे निकालकर हल्का ब्लैंड करें और दोबारा फ्रिज में रखकर छोड़ दें।5.याद रहे अगर कंटेनर टाइट बंद नहीं होगा तो इसमें गाठे बन जाएंगी। इस क्रिया को दोबारा दोहराएं।6.आखिर में फ्रिज में इसे दो घंटे जमने के लिए रख दें। गार्निशिंग के लिए चैरी और नट्स का इस्तेमाल कर सर्व करें।आइसक्रीम जब भी घर में बनती है, बच्चों को सब्र ही नहीं होता है. वे बार बार फ्रीज खोल खोल कर देखते है. बार बार फ्रीम खुलने से आइसक्रीम सेट नहीं हो पाती है, और लूस पड़ने लगती है. हो सके तो जब आइसक्रीम फ्रीजर में सेट होने रखी हो तो फ्रीजर को कम से कम खोलें। उस डब्बे को तो 7-8 घंटे के पहले बिलकुल न खोलें। आइसक्रीम को कई लोग मिक्सी में भी फेंटते। है लेकिन मेरा अनुभव कहता है कि मिक्सी की अपेक्षा बीटर से फेंटी हुई आइसक्रीम ज्यादा अच्छी आती है । मिक्सी में बेस, क्रीम की तरह हल्का होने की बजाय पिघलकर पतला हो जाता है। जिससे आइसक्रीम बाजार जैसी नहीं आती है।
आइसक्रीम खाना फायदेमंद होता है
सबसे पहले तो आप इस मिथक को दिमाग से निकाल दें कि आइसक्रीम और सेहत का छत्तीस का आंकड़ा है। दरअसल अलग-अलग फ्लेवर में आने वाली आइसक्रीम आपकी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। आइसक्रीम एक डेयरी उत्पाद है, इसलिए इसमें कई पोषक तत्त्व भी मौजूद हैं। इनके सेवन से आपका शरीर कई लिहाज से स्वस्थ बनता है। इसमें विटामिन और प्रोटीन भी भरपूर मात्रा मौजूद होती है, इसलिए इसके नियमित सेवन को लेकर भी कोई खास परहेज की जरूरत नहीं है।बाकी डेयरी उत्पादों की तरह आइसक्रीम में भी काफी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। कैल्शियम के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। शरीर को थकान न हो इसके लिए कैल्शियम की जरूरत रहती है। गौरतलब है कि शरीर में मौजूद 99 फीसद कैल्शियम हड्डियों में ही पाया जाता है। ऐसे में डेयरी उत्पापद का सेवन करने से आपके शरीर में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा बनी रहती है।
सेहत को लेकर अक्सर हम ढेर सारी हिदायतों की चर्चा करते हैं। खासतौर पर खानपान के बारे में तो इतने परहेज गिना दिए जाते हैं कि लगता है कि कुछ भी अच्छा या मन का खाना मतलब सेहत से समझौता करना है। पर ऐसा नहीं है। खाने की कई ऐसी चीजें हैं जो सबको भाती तो हैं ही सेहत पर भी इनका अनुकूल असर पड़ता है। इन दिनों पारा तेजी से चढ़ने लगा है। गर्मी के आते ही ठंडी चीजें खाने-पीने की तलब होने लगती है। इनमें सबसे लोकप्रिय है आइसक्रीम। आमतौर पर आइसक्रीम को सेहत के लिहाज से कोई खास महत्त्व नहीं दिया जाता है।